भगवान परशुराम के अनुयायी बताकर और राजनीतिक रसूख के सहारे प्रभावशाली छवि बनाने वाला अमित अब पुलिस की गिरफ्त में
जबलपुर–उमरिया–मंडला–कटनी में कुल 17 प्रकरण दर्ज, लंबे समय से थी तलाश
प्रथम टुडे | जबलपुर
क्राइम ब्रांच और संजीवनी नगर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में करोड़ों की धोखाधड़ी, धमकी, जालसाजी और दर्जनों आपराधिक मामलों में फरार चल रहे उद्घोषित ईनामी आरोपी अमित खम्परिया को नागपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी पर जबलपुर और मंडला जिले के विभिन्न मामलों में कुल 1 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
राजनीतिक रसूख, ग्लैमर और प्रभावशाली छवि का मुकुट—अब कानूनी शिकंजे में
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, अमित खम्परिया जबलपुर में अपने आप को भगवान परशुराम का अनुयायी बताते हुए अक्सर राजनीतिक रसूख का उपयोग कर प्रभावशाली छवि बनाए रखता था।
शहर में वह अक्सर सुरक्षाकर्मियों/बॉडीगार्ड के साथ डॉन जैसी शैली में घूमता दिखाई देता था, जिससे युवाओं और आम लोगों में उसकी “ग्लैमरस इमेज” की चर्चा रहती थी।
सूत्र बताते हैं कि अमित ऐशो–आराम की जिंदगी जीता था और अपने प्रभाव के दम पर कई लोगों को विश्वास में लेकर जालसाजी करने में सफल रहता था।
पहले भी ‘फर्जी गिरफ्तारी’ से बचा था—कर्मचारी को पुलिस ने उठा लिया था
उमरिया पुलिस की एक पुरानी कार्रवाई में, उसके स्थान पर एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था। बाद में जांच में स्पष्ट हुआ कि पकड़ा गया व्यक्ति अमित का कर्मचारी था, जिसका नाम भी अमित ही था। इस खुलासे के बाद पुलिस ने मूल आरोपी को तलाशने के प्रयास और तेज किए।
विधानसभा चुनाव भी लड़ चुका है खम्परिया
अमित खम्परिया ने जबलपुर उत्तर-मध्य विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव भी लड़ा था। राजनीतिक मैदान में उतरने से उसकी पहचान और प्रभाव बढ़ा था, जिसे वह बाद में अपने रसूख के तौर पर इस्तेमाल करते दिखाई देता था।
मदनमहल साइकिल स्टैंड के संचालन में भी रहा नाम – हवाला गतिविधियों के आरोप
सूत्रों का दावा है कि मदनमहल साइकिल स्टैंड का संचालन भी उसने अपने प्रभाव के दम पर किया। सूत्रों की माने तो यहा से यह हवाला के काम भी किया करता था। जिसकी जानकारी पुलिस प्रशासन कोभ नहीं थी
कैसे पकड़ा गया अमित खम्परिया
पुलिस अधीक्षक जबलपुर सम्पत उपाध्याय के निर्देश पर फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष अभियान चलाया गया था।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध) जितेन्द्र सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुश्री पल्लवी शुक्ला, नगर पुलिस अधीक्षक गोरखपुर एम.डी. नागोतिया, नगर पुलिस अधीक्षक कोतवाली रीतेश कुमार शिव तथा नगर पुलिस अधीक्षक कैंट उदयभान बागरी की निगरानी में एक संयुक्त टीम गठित हुई।
नागपुर के थाना वथोड़ा क्षेत्र में लोकेशन मिलने के बाद चौकी प्रभारी धनवंतरी नगर उप निरीक्षक दिनेश गौतम की टीम ने दबिश देकर आरोपी को पकड़ा।
जबलपुर–मंडला–उमरिया–कटनी—17 दर्ज मामले
अमित खम्परिया के खिलाफ कुल 17 आपराधिक प्रकरण विभिन्न जिलों में दर्ज हैं, जिनमें—
• धोखाधड़ी
• जालसाजी
• धमकी
• मारपीट
• अवैध उत्खनन
• गंभीर धाराओं में हत्या के प्रयास और आपराधिक साजिश
जैसे मामले शामिल हैं।
उल्लेखनीय भूमिका
• थाना प्रभारी संजीवनी नगर बी.डी. द्विवेदी
• उप निरीक्षक दिनेश गौतम
• आरक्षक रजनीश यादव
• क्राइम ब्रांच टीम: एएसआई अनिल पांडे, प्रधान आरक्षक वीरेन्द्र सिंह, आरक्षक त्रिलोक पारधी
• साइबर सेल: आरक्षक अरविंद सूर्यवंशी


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