पैसों के लेन-देन को लेकर हुई थी हत्या, दो आरोपी गिरफ्तार
प्रथम टुडे जबलपुर।
सिहोरा थाना क्षेत्र के ग्राम भिटौनी में हुई एक सनसनीखेज अंधी हत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से खून से सनी लाठियां और कपड़े भी बरामद किए हैं।
घटना की जानकारी और प्रारंभिक जांच
1 नवंबर 2025 को ग्राम भिटौनी निवासी सीताराम कोल ने अपने पुत्र कैलाश कोल (40 वर्ष) की संदिग्ध मृत्यु की सूचना सिहोरा थाना में दी थी। सूचना पर पुलिस ने मर्ग क्रमांक 97/2025 धारा 194 बीएनएसएस के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की।
घटनास्थल का निरीक्षण वैज्ञानिक अधिकारी कंट्रोल रूम जबलपुर, फिंगरप्रिंट टीम और डॉग स्क्वाड की सहायता से किया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि कैलाश कोल की मौत सिर पर गहरी चोट लगने से हुई है, जिसके बाद मामला हत्या का पाया गया।
एसपी के निर्देश पर बनी विशेष टीम
हत्या का खुलासा करने और अज्ञात आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक जबलपुर सम्पत उपाध्याय (भा.पु.से.) ने निर्देश दिए। उनके आदेश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सूर्यकांत शर्मा और एसडीओपी सिहोरा आकांक्षा उपाध्याय के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी निरीक्षक विपिन सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई।
फॉरेंसिक साक्ष्य और पूछताछ में हुआ खुलासा
टीम ने घटनास्थल से जुटाए गए परिस्थितिजन्य साक्ष्य, ग्रामवासियों के बयान और सायबर सेल से प्राप्त तकनीकी इनपुट के आधार पर गांव के दो युवकों — सुनील कोल और शनि कोल — पर संदेह जताया।
प्रारंभ में दोनों ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन सघन पूछताछ के दौरान उन्होंने अपराध स्वीकार कर लिया।
आरोपियों ने बताया कि मृतक कैलाश कोल से उनका पैसों के लेन-देन को लेकर विवाद हुआ था। एक बार विवाद के दौरान मृतक ने सुनील कोल के साथ मारपीट कर दी थी, जिससे उसकी गांव में बेइज्जती हुई थी। कैलाश कोल की झगड़ालू प्रवृत्ति के कारण उसका कई लोगों से विवाद रहता था। इसी रंजिश के चलते सुनील कोल ने कैलाश को मारने की ठान ली थी।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
31 अक्टूबर की रात ग्राम भिटौनी में चंडी मेला लगा हुआ था। रात करीब 9 बजे सुनील कोल ने कैलाश कोल को मेले की ओर जाते देखा। उसने अपने साथी शनि कोल को बुलाया और अपने घर की बाड़ी से बांस की लाठी लेकर दोनों मेला क्षेत्र की ओर निकल गए।
रात करीब 11 बजे जब कैलाश कोल जेठू गडारी के खेत के पास अकेला लौट रहा था, तब दोनों ने उसे घेर लिया और सिर पर बार-बार लाठी से वार किए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वारदात के बाद दोनों ने लाठियां खेत के पास फेंक दीं और वहां से भाग गए।
साक्ष्य और गिरफ्तारी
पुलिस ने दोनों आरोपियों के कब्जे से हत्या में प्रयुक्त बांस की लाठियां और खून से सने कपड़े बरामद किए हैं। बरामद सामग्री को फॉरेंसिक परीक्षण के लिए भेजा गया है। पूछताछ के बाद दोनों आरोपियों — सुनील कोल और शनि कोल — को 11 नवंबर 2025 को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड के लिए जेएमएफसी न्यायालय सिहोरा में पेश किया गया।
इन अधिकारियों की रही सराहनीय भूमिका
इस सनसनीखेज अंधी हत्या का खुलासा करने में उप निरीक्षक विनोद बागरी, एल.एल. रजक, प्रभारी आरक्षक गणेश्वर सिंह, सहायक उप निरीक्षक मुन्ना गोटिया, वरिष्ठ आरक्षक नीरज चौरसिया, आरक्षक देवराज पटैल, सोमदीप पटैल और प्राइवेट चालक पिंकू विश्वकर्मा की विशेष भूमिका रही।

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