प्रथम टुडे।
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने शनिवार तड़के पुष्टि की कि पाकिस्तान की सीमा के पास हुए एक हमले में उनके तीन क्रिकेटरों की मौत हो गई है। इस दुखद घटना के बाद अफगान बोर्ड ने अगले महीने होने वाली पाकिस्तान, श्रीलंका और अफगानिस्तान के बीच ट्रॉई सीरीज से हटने का निर्णय लिया है।
ACB ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर जारी बयान में बताया कि यह हमला पक्तिका प्रांत के उरगुन जिले में हुआ। बोर्ड ने इसे “कायरतापूर्ण कार्रवाई” बताया और कहा कि यह अफगान खेल जगत के लिए गहरी क्षति है।
बोर्ड ने अपने बयान में लिखा —
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड, पक्तिका प्रांत के उरगुन जिले के बहादुर क्रिकेटरों की दुखद शहादत पर गहरा दुःख व्यक्त करता है, जिन्हें पाकिस्तानी शासन द्वारा किए गए हमले में निशाना बनाया गया। इस हृदयविदारक घटना में तीन खिलाड़ी — कबीर, सिबगतुल्लाह और हारून — तथा पाँच अन्य नागरिक मारे गए, जबकि सात लोग घायल हुए हैं।”
जानकारी के अनुसार, ये खिलाड़ी हाल ही में एक मैत्रीपूर्ण मैच खेलने के बाद राजधानी शराना से उरगुन लौट रहे थे। वापसी के बाद वे एक स्थानीय सभा में शामिल थे, तभी हमला हुआ।
अफगानिस्तान टीम के कप्तान राशिद खान ने भी घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए इसे “खेल और इंसानियत पर हमला” बताया। वहीं, पूर्व कप्तान मोहम्मद नबी ने कहा कि “खिलाड़ी देश के दूत होते हैं, उनकी सुरक्षा अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारी है।”
ACB ने कहा कि यह घटना सिर्फ अफगानिस्तान के खेल समुदाय के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ी क्षति है। बोर्ड ने शहीद खिलाड़ियों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई और कहा कि ट्रॉई सीरीज से हटने का निर्णय खिलाड़ियों की स्मृति में एकजुटता का प्रतीक है।
इस घटना पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) और अन्य बोर्डों की प्रतिक्रिया का इंतजार है। उधर, पाकिस्तान की ओर से अब तक इस हमले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
प्रथम टुडे विशेष विश्लेषण:
यह हमला न केवल खेल जगत के लिए गहरा आघात है, बल्कि अफगान-पाक सीमा क्षेत्र में जारी तनाव को भी उजागर करता है। लगातार बढ़ते सैन्य अभियानों और सुरक्षा अस्थिरता के बीच यह सवाल उठ खड़ा हुआ है कि क्या दक्षिण एशिया में क्रिकेट फिर से राजनीतिक खींचतान का शिकार हो रहा
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