जबलपुर, 1 अगस्त | प्रथम टुडे
जबलपुर जिले में टीआई मंजू शर्मा की संभावित पदस्थापना को लेकर अधिवक्ता परिषद द्वारा विरोध दर्ज कराया गया है। परिषद ने जिला पुलिस अधीक्षक को एक ज्ञापन सौंपकर मंजू शर्मा की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए हैं और उन्हें जबलपुर जिले में किसी भी थाने का प्रभारी नियुक्त न करने की मांग की है।
ज्ञापन में अधिवक्ता परिषद ने आरोप लगाया है कि टीआई मंजू शर्मा पूर्व में उमरिया एवं कटनी जिलों में पदस्थ रह चुकी हैं, जहां उनकी कार्यप्रणाली को लेकर स्थानीय नागरिकों, विशेषकर आदिवासी, दलित एवं पिछड़े वर्ग की महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किए थे। परिषद का कहना है कि उमरिया में उनके कार्यकाल के दौरान आदिवासी वर्ग के साथ कथित रूप से अत्याचार हुआ था, जिससे कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ गई थी।
अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि कटनी जिले में भी मंजू शर्मा पर जनसामान्य के साथ अनुचित व्यवहार के आरोप लगे और स्थानीय पत्रकारों व अधिवक्ताओं ने भी उनके खिलाफ विरोध दर्ज कराया था।
ज्ञापन में कहा गया है कि जबलपुर को "संस्कारधानी" कहा जाता है और यहां की सामाजिक समरसता एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए ऐसे अधिकारियों की नियुक्ति से बचा जाना चाहिए, जिनकी कार्यशैली पूर्व में विवादित रही हो।
अधिवक्ता परिषद ने मांग की है कि टीआई मंजू शर्मा की जबलपुर जिले में थाना प्रभारी के रूप में नियुक्ति पर पुनर्विचार किया जाए और जनभावनाओं का सम्मान करते हुए विवेकपूर्ण निर्णय लिया जाए।

No comments:
Post a Comment