जेल के समोसे ने जीता दिल – ₹10 में स्वाद, सफाई और सलीका सब कुछ!
प्रथम टुडे जबलपुर
सुभाष चंद्र बोस सेंट्रल जेल के बाहर कैदियों के हाथों तैयार समोसे स्वाद, शुद्धता और सेवा का अनोखा उदाहरण बने। अब लोग सिर्फ समोसा खाने भी आने लगे हैं।
जेल से बाहर परोसा जा रहा है ऐसा स्वाद, जो किसी होटल को भी मात दे दे। बात जबलपुर की सुभाष चंद्र बोस सेंट्रल जेल की है, जहां कैदियों के हाथों बने समोसे इन दिनों शहर में चर्चा का विषय बन चुके हैं। केवल ₹10 में मिलने वाला यह समोसा न केवल जेब पर हल्का है बल्कि दिल को भी भाता है।
छुट्टी वाले दिन छोड़कर जबलपुर की सुभाष चंद्र बोस सेंट्रल जेल के गेट के बाहर कुछ अलग ही नज़ारा देखने को मिलता है। कैदियों से मिलने आए परिजनों के बीच इन दिनों एक खास चीज़ की चर्चा जोरों पर है – जेल का समोसा!
करीब छह महीने पहले जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर और उप अधीक्षक मदन कमलेश के नेतृत्व में यह योजना शुरू हुई, जिसका उद्देश्य था — मुलाकात के इंतज़ार में बैठे परिजनों को स्वच्छ, सस्ता और स्वादिष्ट नाश्ता उपलब्ध कराना।
इन समोसों की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इन्हें कैदियों द्वारा ही पूरी स्वच्छता, शुद्ध तेल और घरेलू मसालों से तैयार किया जाता है। मसाले भी जेल के अंदर ही तैयार किए जाते हैं — न ज्यादा तीखे, न नुकसानदायक। साथ में परोसी जाती हैं दो प्रकार की चटनियां — एक मीठी खटाई जिसमें इमली और खजूर, और दूसरी दही आधारित खट्टी चटनी।
मात्र ₹10 का यह समोसा, बाजार के ₹15 समोसे से न सिर्फ बड़ा है बल्कि कहीं ज्यादा स्वादिष्ट भी।
उप अधीक्षक मदन कमलेश ने बताया:
पहले परिजनों को मुलाकात के दौरान भूखे बैठना पड़ता था या सड़क तक जाना पड़ता था। इससे या तो नंबर छूटता था या असुविधा होती थी। अब कैदियों द्वारा बनाए गए समोसे से न केवल उन्हें खाना मिल रहा है बल्कि एक सकारात्मक संदेश भी समाज तक पहुंच रहा है।”
ऑर्डर भी लिए जा सकते हैं
अगर कोई समोसे का ऑर्डर देना चाहता है तो वह पूर्व सूचना और अनुमति के साथ ऑर्डर बुक कर सकता है। भुगतान एडवांस करना होगा और तय समय पर समोसे जेल गेट के बाहर उपलब्ध कराए जाएंगे।
मिठाइयों की भी तैयारी
आगामी रक्षाबंधन पर जेल के अंदर ही शुद्ध खोये की मिठाइयां भी बनाई जाएंगी, जो बाजार से कम दाम में और बेहतर स्वाद व गुणवत्ता के साथ बाहर उपलब्ध होंगी।
खादी के कपड़े भी उपलब्ध
एक चीज और यहां पर खदी के बने कपड़े जिसमें टॉवल रुमाल बेडशीट चादर के साथ ही शादी के कपड़े के अन्य आइटम जिसमें बहुत कुछ है बहुत ही वाजिब दामों में उपलब्ध है । जिसको यह चाहिए वह खेल अधीक्षक को सूचित करें और अनुमति लेकर यह अपनी मनपसंद चीज खरीद सकता है

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