एक रात में तीन लोगों को मिला जीवनदान, जिला अस्पताल में खून की किल्लत के बीच समाजसेवियों ने दिखाया मानवता का चेहरा
एम.एम. शर्मा | प्रथम टुडे, पन्ना
पन्ना जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में खून की भारी कमी के चलते कई मरीजों की जान पर बन आती है। लेकिन ऐसे कठिन समय में कुछ संवेदनशील और समर्पित लोग समाज के लिए मिसाल बन जाते हैं। इसी कड़ी में अजयगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की आशा पर्यवेक्षक रुक्मणी प्रजापति और उनके भतीजे पंकज प्रजापति ने न सिर्फ समय पर रक्तदान किया, बल्कि तीन जरूरतमंदों को जीवनदान देकर मानवीय सेवा की मिसाल कायम की।
बीते दिनों एक वर्षीय मासूम बृजेंद्र सोनी, मानवी पटेल और जनकपुर निवासी एक महिला को तत्काल खून की जरूरत थी। उनके परिजन काफी परेशान थे। किसी को एबी पॉजिटिव खून चाहिए था तो किसी को ओ पॉजिटिव। इसी बीच समाजसेवी राम बिहारी गोस्वामी ने सोशल मीडिया पर रक्तदाताओं की मदद के लिए अपील जारी की।
रात करीब 9 बजे रुक्मणी प्रजापति को जैसे ही यह जानकारी मिली, वह बिना देर किए अपने रिश्तेदार पंकज प्रजापति को साथ लेकर जिला अस्पताल पहुँचीं। रुक्मणी ने खुद मानवी पटेल को और पंकज ने जनकपुर निवासी महिला को स्वेच्छा से खून दान किया। तीसरे जरूरतमंद बृजेंद्र को पन्ना निवासी राहुल अग्रवाल ने रक्तदान कर जीवनदान दिया।
रुक्मणी प्रजापति का यह पाँचवाँ रक्तदान था। उन्होंने बताया कि जब उनके पति कैंसर से जूझ रहे थे, तब उन्हें खून की सख्त जरूरत पड़ी थी, लेकिन उनके अपने भी मदद को नहीं आए। तब अजनबी लोगों ने आगे आकर रक्तदान किया — उसी दिन उन्होंने ठान लिया कि अब वह खुद भी जरूरतमंदों की मदद करेंगी।
उनका कहना है —
"खून देने से कोई कमजोरी नहीं आती, बल्कि आत्मिक शांति मिलती है। जब आपके खून से किसी की जान बचती है, तो वही सबसे बड़ा धर्म होता है।"
इस पुनीत कार्य में लैब टेक्नीशियन रामनाथ ओमरे, विनोद पाल और समाजसेवी राम बिहारी गोस्वामी का भी महत्वपूर्ण सहयोग रहा।

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