प्रथम टुडे जबलपुर
। शिक्षित बेरोजगार युवक को रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 3 लाख 24 हजार रुपये हड़पने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। थाना संजीवनी नगर में आदर्श पटैल (उम्र 22 वर्ष), निवासी एलआईजी-233, भूकंप कॉलोनी, धनवंतरी नगर ने शिकायत दर्ज कराई थी कि वह तक्षशिला विश्वविद्यालय से पॉलिटेक्निक की डिग्री प्राप्त कर चुका है और वर्तमान में बेरोजगार है। उसकी मां साड़ी में फॉल लगाने का काम करती हैं।
शिकायतकर्ता के अनुसार, राकेश कुमार सराठे, निवासी महर्षि महेश वार्ड, घमापुर चौक, पिछले छह महीने से उनकी दुकान पर साड़ी का पीको-फॉल कराने आता था। इसी दौरान उसने आदर्श पटैल की मां से कहा कि उसने अपने बेटे की रेलवे में कमर्शियल क्लर्क के पद पर नौकरी लगवाई है और इसके लिए 5 लाख रुपये खर्च किए हैं। उसने आदर्श पटैल को भी नौकरी दिलाने का झांसा दिया। राकेश ने बताया कि देवरी रेलवे स्टेशन, जबलपुर में पद खाली है और पैसे देकर काम हो सकता है।
फर्जी ट्रेनिंग किट और मेडिकल टेस्ट
राकेश सराठे ने आदर्श पटैल से दस्तावेज लेकर बिना नोटरी के शपथ पत्र बनवाया और 27 मार्च 2025 को रेलवे का फर्जी ब्लैंक आई-कार्ड और ट्रेनिंग के दौरान पहने जाने वाले कपड़े दिए। कपड़ों पर ‘पश्चिम मध्य रेल स्टेशन रोड, साउथ सिविल लाइन, जबलपुर’ छपा था और रेलवे का नकली लोगो लगा हुआ था।
उसी दिन उसने आदर्श को रेलवे अस्पताल बुलाकर यूरिन सैंपल लिया। इस दौरान उसके साथ एक महिला थी, जिसने खुद को मेडिकल स्टाफ बताया और सैंपल बाथरूम में रखने को कहा। बाद में राकेश ने एक्स-रे कराने के नाम पर 5,500 रुपये लिए और नेशनल हॉस्पिटल, जबलपुर में एक्स-रे कराया।
किस्तों में वसूले लाखों रुपये
इसके बाद राकेश ने ट्रेनिंग किट के नाम पर 8,500 रुपये और नया खाता खुलवाने के नाम पर 10,000 रुपये लिए। 2 अप्रैल को उसने रेलवे परीक्षा पास कराने के लिए 5 लाख रुपये की मांग की। बातचीत के बाद आदर्श की मां ने उसे कई किस्तों में 1,00,000 रुपये, 50,000 रुपये और अन्य किश्तों में रकम दी।
राकेश ने 6 अप्रैल को परीक्षा होने की बात कहकर पैसे का दबाव बनाया। फिर उसने 10 अप्रैल को पेपर होने का बहाना बनाकर पैसे की मांग जारी रखी। 7 अप्रैल को डीआरएम ऑफिस के पास आदर्श की मां से 50,000 रुपये और सिक्योरिटी डिपॉजिट के नाम पर अतिरिक्त 50,000 रुपये लिए। कुल मिलाकर 3,24,000 रुपये हड़प लिए।
पुलिस कार्रवाई
शिकायत की जांच में मामला धोखाधड़ी का पाया गया। पुलिस ने धारा 318(4), 319(2), 336(2), 338, 336(3), 340(2), 61(2) बीएनएस के तहत अपराध पंजीबद्ध किया। पुलिस अधीक्षक जबलपुर सम्पत उपाध्याय ने घटना को गंभीरता से लेते हुए तत्काल गिरफ्तारी के आदेश दिए।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (जोन-2) अंजना तिवारी और नगर पुलिस अधीक्षक गोरखपुर एम.डी. नागोतिया के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी संजीवनी नगर बी.डी. द्विवेदी और चौकी प्रभारी धनवंतरी नगर उपनिरीक्षक दिनेश गौतम के नेतृत्व में टीम गठित की गई। टीम ने सरगर्मी से तलाश करते हुए राकेश कुमार सराठे (उम्र 58 वर्ष, निवासी घमापुर चौक, बेलबाग) को हिरासत में लिया। पूछताछ में राकेश ने रेलवे नौकरी का झांसा देकर रकम लेने की बात स्वीकार की और बताया कि उसने श्रीमती रेखा वर्मा को डीईओ अधिकारी बनकर पीड़ित से मिलने के लिए तैयार किया था।
पुलिस ने रेखा वर्मा (उम्र 56 वर्ष, निवासी घड़ी चौक, विजय नगर) को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की। रेखा ने स्वीकार किया कि राकेश ने उसे 5,000 रुपये देकर डीईओ अधिकारी बनकर धोखाधड़ी करने के लिए कहा था। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुराना आपराधिक रिकॉर्ड
गौरतलब है कि राकेश सराठे के खिलाफ वर्ष 2021 में थाना गोहलपुर में भी नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ था। पुलिस को संदेह है कि उसने और भी लोगों को इसी तरह ठगा है, जिसकी जांच की जा रही है।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
आरोपियों की गिरफ्तारी में थाना प्रभारी संजीवनी नगर बी.डी. द्विवेदी, चौकी प्रभारी धनवंतरी नगर उपनिरीक्षक दिनेश गौतम, प्रधान आरक्षक दिलीप पाठक, आरक्षक रजनीश, वीरेन्द्र और महिला आरक्षक संध्या तिवारी की उल्लेखनीय भूमिका रही।

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