धीरेंद्र शास्त्री पर अखिलेश यादव का निशाना, बोले – ‘आम आदमी नहीं बुला सकता कथा के लिए’, कथावाचकों की फीस पर उठाए सवाल
प्रथम टुडे | UP| 30 जून 2025
उत्तर प्रदेश के इटावा में कथावाचकों को लेकर शुरू हुए विवाद ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को लखनऊ में आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान देश के कुछ बड़े कथावाचकों की फीस को लेकर सवाल खड़े किए।
‘50 लाख तक की फीस लेते हैं कथावाचक’
अखिलेश यादव ने कहा कि आज देश में कई ऐसे कथावाचक हैं, जो एक कथा के आयोजन के लिए 50 लाख रुपये तक की फीस लेते हैं। उन्होंने विशेष रूप से बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री का नाम लेते हुए कहा, “आम आदमी की हैसियत नहीं है कि वह धीरेंद्र शास्त्री को कथा के लिए बुला सके। वे अंडर टेबल मोटी रकम लेते हैं। आप पता कर लीजिए, उनकी कथा की फीस कितनी होती है।”
उन्होंने कहा कि धार्मिक आस्था के नाम पर आम लोगों से आर्थिक लाभ लेना एक गंभीर मुद्दा है और इस पर सार्वजनिक चर्चा होनी चाहिए।
भाजपा की 'चंदा पॉलिसी' पर भी हमला
इस दौरान अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार की नीतियों और आर्थिक प्रबंधन पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार की ‘चंदा पॉलिसी’ के तहत व्यापारियों से नजराना वसूला जा रहा है।
उनका कहना था, “निवेश के नाम पर व्यापारियों से एडवांस कमीशन मांगा जा रहा है। जो व्यापारी विरोध करता है, उस पर टैक्स और छापे के जरिए दबाव बनाया जा रहा है।” उन्होंने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी व्यापारियों की रक्षा के लिए अधिकारियों से संवाद स्थापित करेगी।
राजनीति में धार्मिक हस्तक्षेप पर बहस
धीरेंद्र शास्त्री जैसे लोकप्रिय कथावाचकों को लेकर समाज में गहरी आस्था है, लेकिन उनके कार्यक्रमों की लागत और आयोजन की पारदर्शिता को लेकर समय-समय पर सवाल उठते रहे हैं। अखिलेश यादव का यह बयान इसी बहस को एक बार फिर तेज कर सकता है।
No comments:
Post a Comment