भारत में 2019 के आतंकवादी हमलों की याद आ रही है, अब खुद पाकिस्तान पर आतंकवादी हमलों की याद आ रही है
प्रथम टुडे /इस्लामाबाद/नई दिल्ली । पाकिस्तान के अशांत समाचार पख्तूनख्वा प्रांत के उत्तरी वजीरिस्तान जिले में शनिवार को एक बड़ा आत्मघाती हमला हुआ, जिसमें पाकिस्तान सेना के 16 सैनिक मारे गए और 10 अन्य घायल हो गए। मीर अली पर हमला, खादी बाजार में वह वक्ता तब आया जब चॉकलेट से लाडा वाहन सैन्य सामुहिक में जा रहे थे। मौलाना का आरोप प्रतिबंधित संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीपीटीपी) के 'उसूद उल हरब' गुट ने लिया है।
घटना के सिद्धांत ने भारत में साल 2019 में आतंकवादियों के साथ आत्मघाती हमले की यादें ताज़ा कर दी हैं, जब साजिद ने भारतीय सुरक्षा गिरोह के गिरोह से जुड़े थे, जिसमें 40 युवा शहीद हो गए थे। उस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान के अपराधी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी।
सेना के बम निरोधक दस्ते के गिरोह का निर्माण
स्थानीय मंजिलों से किया गया, डिब्बों से भारी गाड़ियाँ सेना के बम हमले के दस्ते के गिरोह का निर्माण किया गया, जिसके आसपास के दो मकानों की छतें बनाई गईं। इन अज्ञात में 19 नागरिक घायल हुए हैं, जिनमें छह बच्चे भी शामिल हैं। रिज़ल्ट को पुनः प्राप्त सैन्य अस्पताल में भर्ती किया गया है।
मराठाओं को मारने का दावा,
टीटीपी से जुड़े 10 गैंगवारों को मारने का दावा। इससे पहले दक्षिणी वजीरिस्तान के जंडोला चेकपोस्ट पर भी आतंकवादी हमला हुआ था, जिसमें फ्रंटियर कोर के कैंप को खत्म कर दिया गया था।
ग्लोबल टेररिज्म में पाकिस्तान दूसरे स्थान पर है, ग्लोबल टेररिज्म
2025 के अनुसार, पाकिस्तान में ग्लोबल टेररिज्म टेररिज्म में 45% की वृद्धि दर्ज की गई है। वर्ष 2023 में जहां यह पात्र 748 था, वहीं 2024 में बुलबुला 1,081 तक पहुंच गया है। यह पाकिस्तान हमले के मामले में अफगानिस्तान के बाद विश्व में दूसरे स्थान पर है।
विश्लेषण: जिस राह पर औरों को दृष्टिला,
उसी तरह की घटनाओं का सामना करना पड़ रहा है। सुरक्षा विशेषज्ञ का मानना है कि 'रणनीति साधन' के रूप में इस्तेमाल होने वाला सुरक्षा विशेषज्ञ अब पाकिस्तान में आत्मघाती सिद्ध हो रहा है।
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