प्रथम टुडे जबलपुर ::-- भरतीपुर स्थित शिव मंदिर में प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी पांच दिवसीय शिव पार्वती विवाह का आयोजन धूमधाम से किया जा रहा है। जिसमें सोनकर समाज के अलावा आसपास के महिला पुरुष बढ़-चढ़कर इस मांगलिक कार्य में सम्मिलित हो रहे हैं। सबसे बड़ी बात है कि इस मंदिर में प्रभु शंकर की एवं माता पार्वती का विवाह पूरी रीती और रिवाज से संपन्न किया जाता है।
इस विवाह में एक वर पक्ष होता है, वही वधु पक्ष भी होता है। जिसमें बाकायदा लगनोत्सव, मांगरमाटी , मंडप, मायने, चिकट, बरात, और विदाई का आयोजन होता है। आज मायने मैं वर पक्ष और वधू पक्ष के लोगों द्वारा पूरे रीति रिवाज से संपन्न कराया गया। रात को चिकट और हल्दी का कार्यक्रम होगा जिसको लेकर दोनों पक्ष के लोग अति उत्साहित हैं।
*कल निकलेगी भगवान भोलेनाथ की बारात*- कल शाम 7:00 बजे भोलेनाथ की बारात शिव मंदिर भरतीपुर निकलेगी जो ओमती चौराहा, करमचंद चौक, मालवीय चौक, बड़ा फवारा, हनुमान ताल, भानतलैया, घमापुर चौक, बेलबाग, होते हुए पुनः शिव मंदिर भरतीपुर में मैं समाप्त होगी। यहां वधू पक्ष के लोगों द्वारा बारात की अगवानी की जाएगी।
*रात को होंगी पैर पुजाई*- अगवानी के बाद बारात में आए लोगों का स्वागत उसके उपरांत रात को विधि विधान से रीति रिवाज से पैर पुजाई होगी। सबसे बड़ी बात है की पूरी रात शादी में जितने भी रिवाज होते हैं वह पूरे संपन्न होंगे।
*अगले दिन विदाई*- गुरुवार को सुबह 9:00 बजे माता पार्वती की विदाई होगी। यह भी सच है कि जब माता की विदाई होती है तो पूरा माहौल भावुक हो जाता है। ऐसा लगता है कि कोई वधू विदा हो रही है और सभी की आंखों में आंसू होते हैं। लेकिन सोनकर समाज का कहना है कि हम हर वर्ष माता की विदाई के साथ एक कामना भी करते हैं कि उनका आशीर्वाद और भगवान शंकर का आशीर्वाद पूरे समाज और शहर और देश को मिले और शांति और सद्भावना के साथ देश तरक्की करें।
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