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Wednesday, November 12, 2025

राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस पर छह आजीवन कारावासियों को मिली आज़ादी



केन्द्रीय जेल जबलपुर से 05 पुरुष व 01 महिला बंदी रिहा

 प्रथम टुडे जबलपुर। जेल उपाधीक्षक मदन कमलेश ने बताया की मध्यप्रदेश शासन जेल विभाग मंत्रालय वल्लभ भवन भोपाल के आदेश क्रमांक 2882/3/1/0015/2025-सी-1-03 (जेल) दिनांक 07 नवम्बर 2025 तथा जेल मुख्यालय मध्यप्रदेश भोपाल के पत्र क्रमांक 25420/वारंट-1/2025 दिनांक 10 नवम्बर 2025 के अनुसार, राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस (15 नवम्बर 2025) के अवसर पर आजीवन कारावास की सजा भुगत रहे बंदियों को विशेष परिहार एवं सजा में छूट का लाभ प्रदान किया गया।

इसी क्रम में केन्द्रीय जेल जबलपुर में परिरूद्ध कुल 06 दंडित बंदियों को शासन के निर्देशानुसार रिहा किया गया। इनमें 05 पुरुष बंदी एवं 01 महिला बंदी शामिल हैं, जिन्होंने 14 वर्ष की वास्तविक सजा एवं परिहार सहित कुल 20 वर्ष की सजा पूरी कर ली थी।

रिहा किए गए बंदियों का विवरण —

क्रमांक जिले का नाम बंदियों की संख्या शासन आदेश की कंडिका क्रमांक
01 जिला जबलपुर 01 दंडित महिला कंडिका क्रमांक 04
02 जिला छिंदवाड़ा 01 पुरुष कंडिका क्रमांक 04
03 जिला कटनी 03 पुरुष कंडिका क्रमांक 03 एवं 04
04 जिला होशंगाबाद 01 पुरुष कंडिका क्रमांक 04
कुल 05 पुरुष, 01 महिला कुल 06 दंडित बंदी

इस अवसर पर केन्द्रीय जेल जबलपुर में बंदियों की रिहाई की प्रक्रिया विधिसम्मत रूप से पूरी की गई। जेल प्रशासन ने बताया कि यह निर्णय शासन की मानवतावादी नीति और समाज की मुख्यधारा में पुनः जुड़ने के अवसर प्रदान करने की भावना से लिया गया है।

भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर दी गई मानवता की यह सौगात

उल्लेखनीय है कि 15 नवम्बर का दिन ‘राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। यह दिवस स्वतंत्रता संग्राम में अपना सर्वोच्च योगदान देने वाले महान स्वतंत्रता सेनानी भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के उपलक्ष्य में पूरे देश में श्रद्धा एवं सम्मान के साथ मनाया जाता है।
इस दिन जनजातीय समाज के वीर सपूतों की बलिदान गाथा को स्मरण करते हुए शासन द्वारा जेलों में भी मानवता और सुधार की भावना को बढ़ावा देने वाले कदम उठाए जाते हैं। इसी भावना के अंतर्गत केन्द्रीय जेल जबलपुर से इन छह बंदियों को ससम्मान रिहा किया गया।


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