जबलपुर, 5 जुलाई 2025 | प्रथम दिनांक
लगातार हो रही बारिश और एपस्ट्रीम क्षेत्र से तेज प्रवाह के कारण रानी अवंतीबाई लोधी सागर परियोजना (गी बांध) में तरल पदार्थ में तेजी से वृद्धि दर्ज की जा रही है। 5 जुलाई 2025 को सुबह 8:00 बजे बांध की नाव 416.10 मीटर पर पहुंच गई।
बांध में इस समय लगभग 5660 क्यूमेक (199883 क्यूसेक) की दर से पानी का प्रवाह हो रहा है, जिससे प्रति घंटे 10 मिनट में ग्लूकोज की गति बढ़ रही है। साथ ही, मंडला क्षेत्र से भी भारी जलप्रवाह बरगी बांध की ओर आ रहा है। सुबह 8:00 बजे मंडला में रिकॉर्ड 436.360 मीटर रहा और वहां से 4706 क्यूमेक (166192 क्यूसेक) पानी का रेटिंग हुआ।
जल विक्रेताओं की योजना
स्टॉक की स्थिति को नियंत्रित करने के उद्देश्य से 6 जुलाई 2025 को दोपहर 12:00 बजे से बैरगी बांध के लगभग 5000 क्यूमेक पानी की बिक्री की जाएगी। अधिकारियों के अनुसार यह जल विपणन स्थिति के अनुसार किसी भी समय शेयर या घटाई जा सकती है।
इस जल विक्रेताओं से मां नामांकित नदी के शोक में लगभग 4 से 5 फीट तक की वृद्धि हुई है, जहां से अलास्का तट तट, घाटों और झीलों में जल संरक्षण की खतरनाक स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
घाट के आसपास के लोगों को न जाने की सलाह
बांधा ऑपरेशन प्रोटोटाइप को 31 जुलाई 2025 तक 417.50 मीटर तक बनाए रखने का लक्ष्य है। ऐसे में आने वाले दिनों में और भी जल विक्रेताओं की दुकान बनी बनी रहेगी। बरगी प्रशासन ने सावधानी बरतने की अपील करते हुए कहा है कि नर्मदा नदी के आसपास के घाटों में लोगों को पानी में न जाने और घाट से दूर रहने की सलाह दी गई है।
जनसाधारण से अपील की गई है कि मां नर्मदा के घाटों, नदी के तटीय क्षेत्रों, तालाबों और जलधाराओं से सुरक्षित दूरी बनाए रखें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों में से किसी भी संकट की स्थिति का पालन करें।
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