[7/6, 17:08] Anurag Dixit
प्रथम टुडे जबलपुर:-- नेताजी सुभाषचंद्र बोस केंद्रीय कारागार में शनिवार को 250 बंदियों का नेत्र परीक्षण किया गया, जिसमें 10 महिला बंदी भी शामिल रहीं। यह शिविर दादा वीरेंद्रपुरी नेत्र चिकित्सालय द्वारा आयोजित किया गया, जिसमें चिकित्सकों ने बंदियों की आंखों की जांच कर उन्हें आवश्यक चिकित्सा परामर्श, दवाएं व चश्मे उपलब्ध कराए।
डॉ. पवन स्थापक ने बताया कि जेल परिसर में रह रहे बंदियों की आंखों से जुड़ी कई समस्याएं सामने आती हैं, जिनका समय पर उपचार आवश्यक है। उम्र बढ़ने के साथ दृष्टि दोष बढ़ते हैं, ऐसे में नियमित परीक्षण से सुधार संभव है।
जेलर मदन कमलेश ने बताया कि इतने अधिक बंदियों की जांच में सामान्य रूप से कई दिन लग जाते, लेकिन इस शिविर के माध्यम से सभी की जांच एक ही दिन में पूरी हो सकी। कार्यक्रम में उपअधीक्षक रुपाली मिश्रा एवं सहायक अधीक्षक हिमांशु तिवारी उपस्थित रहे। शिविर का संचालन जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर के मार्गदर्शन में किया गया।
इस शिविर में दादा वीरेंद्रपुरी नेत्र चिकित्सालय से डॉ. पवन स्थापक, डॉ. अपूर्वा स्थापक, डॉ. प्रांजल जैन, दीपक यादव, अमित देशपांडे, मोनू यादव, कृष्ण यादव एवं संयोजक नरेंद्र मालवीय ने सेवाएं दीं।
सहयोगी संस्थाओं में दक्षिण भारतीय संघ से सुशील मुदलियार, इंदर पिल्ले एवं रवि पिल्ले; ईश्वर सेवा समिति से सुंदर अग्रवाल, ऋषि बावरिया एवं मोहन स्वामी; और सेवा भारती संघ से पुष्पराज पिल्ले, मोहन स्वामी एवं मद्दी अलगन का सक्रिय सहयोग रहा।
मंचासीन सदस्य के रूप में डॉ. पवन स्थापक, डॉ. अपूर्वा स्थापक, डॉ. प्रांजल जैन एवं सुशील मुदलियार मौजूद रहे।
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