लोक गायिका एवं यूट्यूबर, नेहा सिंह पर पहलगाम आतंकी हमले को लेकर की गयी आपत्तिजनक टिप्पणी पर FIR - Pratham Today, Sach Ki Baat SabKe Saath -->

Breaking

Wednesday, April 30, 2025

लोक गायिका एवं यूट्यूबर, नेहा सिंह पर पहलगाम आतंकी हमले को लेकर की गयी आपत्तिजनक टिप्पणी पर FIR



 बाज नहीं आ रही नेहा सिंह राठौर ( लोक गायिका ) FIR के बाद भी नया वीडियो जारी कर फिर उगला जहर 

Updatr [30/4, 09:41] Anurag Dixit pratham today

 प्रथम टुडे UP :-- लखनऊः पहलगाम आतंकी हमले पर आपत्तिजनक टिप्पणी मामले में लोकगायिका और यूट्यूबर नेहा सिंह राठौर के खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है. वहीं FIR दर्ज होने के बाद नेहा राठौर ने ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘एक मामूली लड़की इतने बड़े लोकतंत्र में सवाल कैसे पूछ सकती है. लोकतंत्र का साइज तो देखो. दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है भाई. धन्यवाद योगीआदित्यनाथ. धन्यवाद नरेंद्र मोदी.’

गुडंबा के कवि मैं दर्ज कराई है  FIR

गुडंबा के कवि अभय प्रताप सिंह ने नेहा सिंह राठौर पर एफआईआर दर्ज कराई है. नेहा पर बीएनएस की 11 धाराओं में एफआईआर दर्ज हुई. पुलिस अब मामले की जांच में जुटी हुई है. अभय प्रताप सिंह का आरोप है कि पहलगाम हमले के बाद से ही नेहा सिंह राठौर अपनी सोशल मीडिया हैंडल से आपत्तिजनक टिप्पणी कर रही हैं. इतना ही नहीं उनकी बयानबाजी से दो समुदायों के बीच तनाव भी बढ़ रहा है. शांति व्यवस्था को भांग करने के लिए वे लगातार देश विरोधी बयानबाजी कर रही हैं. इतना ही नहीं पाकिस्तान में भी उनका बयान जमकर वायरल हो रहा है.

पाकिस्तानी मीडिया नेहा सिंह राठौर के बयान को भारत के खिलाफ प्रयोग कर रही है. एसीपी हजरतगंज विकास जायसवाल ने बताया कि नेहा सिंह राठौर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. आरोप साबित होने पर गिरफ्तारी भी हो सकती ह

 

ऐसा लगता है कि भारत में कुछ छोटी मानसिकता के लोगों में देश भावना की कमी देखी जा रही है । आज जब देश अपने स्वाभिमान की रक्षा के लिए एकजुट दिख रहा है और भारत के दुश्मन पाकिस्तान में खलबली मची है इस एकजुट को देखकर ।  तब देश के वे नेता जो हमेशा अपने बयानों के कारण जाने जाते थे आज वे भी देश के साथ दिखाई दे रहे हैं जिनमें असदुद्दीन ओवैसी जैसे वे नेता जो हमेशा जहर उगलते थे आज उन्होंने भी पाकिस्तान को उनकी औकात दिखाई है । लेकिन इस सब के बाद भी केवल अपने नाम को चमकाने के लिए कुछ थोड़ी सी प्रसिद्धि पा चुके लोग भी इस मौके का फायदा उठाने से नहीं चूक रहे हैं । यह अपने नाम कमाने के चक्कर में ऐसे ऐसे बयान दे रहे हैं जो पाकिस्तान में ट्रेड हो रहे हैं और कहीं ना कहीं इन बयानों को लेकर पाकिस्तान भी बातें दोहरा रहा है । और जब इन पर कार्यवाही की जा रही है तब भी यह बेशर्मी का चश्मा लगाए अभी भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं ।


नेहा सिंह पर FIR दर्ज पहलगाम आतंकी हमले पर की थी आपत्तिजनक टिप्पण

बीएनएस 196(1)(a)- धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा, या समुदाय के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने और सद्भाव बनाए रखने के लिए हानिकारक कार्य.बीएनएस 196(1)(b)- धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने या भड़काने वाले कार्य.बीएनएस 197(1)(a)- कोई भी व्यक्ति जो किसी वर्ग, समुदाय या समूह के बारे में ये आरोप या प्रचार करता है कि वे भारत के संविधान के प्रति सच्ची श्रद्धा और निष्ठा नहीं रख सकते.बीएनएस 197(1)(b)- जो कोई किसी पूजा स्थल में या धार्मिक पूजा या धार्मिक अनुष्ठान करने में लगी किसी भीड़ में उपधारा (1) में बताए अपराध करेगा.बीएनएस 197(1)(c)- यदि कोई व्यक्ति किसी विशेष वर्ग के लोगों के बीच नफरत उत्पन्न करने के लिए अपील या सलाह देता है.बीएनएस 197(1)(d)- जो कोई भी भारत की संप्रभुता, एकता और समग्रता या सुरक्षा को खतरे में डालने के लिए, बोले गए या लिखित शब्दों, संकेतों, फोटो, इलेक्ट्रॉनिक संचार के माध्यम से गलत या भ्रामक जानकारी बनाता या प्रकाशित करता है.बीएनएस 353(1)(c)- जो कोई भी किसी वर्ग या व्यक्तियों के समुदाय को किसी अन्य वर्ग या समुदाय के खिलाफ अपराध करने के लिए उकसाने के इरादे से, या उकसाने की संभावना है.बीएनएस 353(2)- झूठी जानकारी, अफवाह या भयावह समाचार बनाने, प्रकाशित करने या प्रसारित करने से संबंधित है, जिसके परिणामस्वरूप धर्म, जाति, भाषा या क्षेत्र के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी या घृणा पैदा हो सकती है.बीएनएस 302- दूसरों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाना होता है. कोई व्यक्ति पूजा स्थल के सामने कोई अपमानजनक प्रतीक या वस्तु रखकर वहां आने वाले लोगों की आस्था का अपमान करता है. जानबूझकर अपमान करने के इरादे से किया गया कृत्य.आईटी (संशोधन) एक्ट 2008 की धारा 69a- भारत की संप्रभुता, अखंडता, रक्षा, राज्य सुरक्षा, विदेशी संबंधों, सार्वजनिक व्यवस्था या किसी संज्ञेय अपराध को रोकने के लिए इस्तेमाल की जा सकती है.बीएनएस 152- भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरे में डालने वाले कृत्यों से संबंधित है.

[30/4, 09:45] Anurag Dixit: G

No comments:

Post a Comment