प्रथम टुडे Rastriy :-/ पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में गुरुवार को पुलिस और भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) की नेता रूपा गांगुली के बीच झड़प हो गई. यह घटना तब हुई जब पार्टी ने पश्चिम बंगाल सरकार के हालिया कदम के खिलाफ प्रदर्शन किया, जिसमें महिलाओं को बार में काम करने की अनुमति दी गई थी.
पश्चिम बंगाल वित्त विधेयक 2025 का विरोध
प्रदर्शन पश्चिम बंगाल वित्त विधेयक 2025 के पारित होने के बाद हुआ, जिसमें बंगाल आबकारी अधिनियम, 1909 में महत्वपूर्ण संशोधन किए गए. इन संशोधनों के तहत, ‘ऑन’ कैटेगरी की शराब की दुकानों में महिलाओं के काम करने पर लगी रोक को हटा दिया गया. ‘ऑन’ दुकानें वे रिटेल आउटलेट्स होती हैं जहां शराब का सेवन उसी स्थान पर किया जा सकता है, जैसे बार और रेस्टोरेंट, जबकि ‘ऑफ’ दुकानें वे होती हैं जो शराब को घर ले जाने के लिए बेचती हैं.
रूपा गांगुली का पुलिस से विवाद और हिरासत
भा.ज.पा. कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए इस प्रदर्शन में रूपा गांगुली पुलिस अधिकारियों के साथ गरमागरम बहस में उलझ गईं. इसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया. समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा शेयर किए गए वीडियो में पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच बढ़ते तनाव के बीच रूपा गांगुली को सुरक्षा कर्मियों द्वारा ले जाते हुए दिखाया गया. केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार और भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल ने भी विरोध प्रदर्शन में भाजपा कार्यकर्ताओं का साथ दिया.
बार में महिलाओं को काम करने की अनुमति देने वाला विधेयक पारित
यह विधेयक राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य द्वारा पेश किया गया और बुधवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा में पारित हुआ. राज्य सरकार ने इन संशोधनों का बचाव करते हुए कहा कि पहले महिलाओं पर लगाए गए प्रतिबंध "भेदभावपूर्ण" थे और ये बदलाव बंगाल एक्साइज एक्ट को आधुनिक कानूनी ढांचे से जोड़ते हैं.
विधेयक में प्रमुख कानूनी संशोधन
एएनआई के अनुसार, इस विधेयक में प्रमुख कानूनी संहिताओं, जैसे कि दंड प्रक्रिया संहिता और भारतीय दंड संहिता, को क्रमशः भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय न्याय संहिता से बदलने के कारण आवश्यक अपडेट भी शामिल किए गए हैं. एक और महत्वपूर्ण संशोधन में अवैध शराब उत्पादन में इसके दुरुपयोग को रोकने के लिए शीरे के नियमन को जोड़ा गया है.
राजनीतिक विवाद और भाजपा की आलोचना
यह संशोधन, जो पश्चिम बंगाल वित्त विधेयक 2025 के हिस्से के रूप में पारित किया गया है, ने राजनीतिक विवाद को जन्म दिया है. भाजपा ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर महिलाओं को सशक्तिकरण के नाम पर नीचा दिखाने का आरोप लगाया है. भाजपा नेता अग्निमित्रा पॉल ने इस कदम की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि सरकार महिलाओं को शराब के प्रतिष्ठानों में काम करने के लिए प्रोत्साहित करके उनका अपमान कर रही है. अग्निमित्रा पॉल ने कहा, “क्या यह महिला सशक्तिकरण है? महिलाएं बार में शराब परोसकर सशक्त होंगी? हम इस तरह के सशक्तिकरण को नहीं चाहते. हम इस कदम के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे.”
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