प्रथम टुडे जबलपुर :--कल जबलपुर संस्कारधानी में अपने पिछले रिकॉर्ड को तोड़ते हुए सभी संस्कारधानी वासियों ने समरसता की होली में जमकर अबीर गुलाल के साथ फूलों की होली खेली. इस होली को देखने के लिए जहां सड़कों पर दोनों और जनता में उत्साह देखने मिला वही इसमें शामिल लोगों ने भी अपने संस्कारों के साथ गुलाल और फूलों की बरसात कर दी थी.
अपने आप में है अनूठा आयोजन
ह अपने आप में एक अंगूठा आयोजन होता है जो रंग पंचमी पर शोभा यात्रा के रूप में निकलता है, इस आयोजन के सूत्रधार समरसता के प्रभारी संदीप जैन गुड्डा और उनकी पूरी टीम इस आयोजन को लेकर 15 दिन पहले ही तैयारी शुरू कर देती है । सबसे बड़ी बात इस आयोजन में पूरे संस्कारों के साथ खेली जाने वाली है होली संस्कारधान की वीडियो के लिए भी एक उदाहरण प्रस्तुत करती है एकता की समरसता की
जैसे ही शाम शुरू हुई और ढलते ढलते अपार जन समूह सड़कों पर था
जैसे ही शाम के शाम शुरू हुई गोविंदगंज करनी से समरसता की होली शुरू हो गई थी । सबसे आगे सुंदर बैंड की धोने और ढोल के साथ ही दुलदुल घोड़ी का नृत्य चल रहा था, एवं वे झांकियां जो लोगों को आकर्षित कर रही थी उसमें भगवान राधा कृष्ण, भगवान शंकर, और इसके साथ ही भजन करती टोली । इसके बाद महिलाओं का काफिला जिसमें करीब करीब सैकड़ो की संख्या में महिलाएं राधा कृष्ण के भजन पर नृत्य करते और रंग गुलाल उड़ाते आगे बढ़ रही थी । उसके पीछे सैकड़ो की संख्या में पुरुष भगवा टोपी लगाए और आबिर गुलाल गुलाल एक दूसरे के गालों पर लगाते हुए आगे बढ़ रहे थे ।
साधु संत भी शामिल हुए
इस समरसता की होली में साधु संत जिसमें अखिलेश्वर नंद, अशोकानंद, बगलामुखी शक्तिपीठ के प्रमुख ब्रह्मचारी चैतन्या नंद जी महाराज के साथ ही अनेकों शहर के नेतागण जिसमें महानगर अध्यक्ष भाजपा रत्नेश सोनकर, के साथ ही पूर्व एमआईसी सदस्य श्री राम शुक्ला, काक आनंद, सांसद राकेश सिंह के बड़े भाई मुन्ना भैया,डाँ रितेश गुप्ता,विपदेश भापकर, रंजीत ठाकुर, कपिल दुबे,
इन सब के स्वागत के लिए जो समरसता की होली गोविंदगंज से चलकर दी डीएनजैन स्कूल में समाप्त हुई थी रास्ते भर मंचों से फूलों की बरसात भी की जा रही थी,
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