जबलपुर में भी शिवालयों पर सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़
प्रथम टुडे जबलपुर:-- महाशिवरात्रि पर्व पूरे देश में बड़े श्रद्धा भाव के साथ मनाया जा रहा है, और इस अवसर पर शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ लग गई है. काशी विश्वनाथ से लेकर प्रयागराज, अयोध्या, नासिक, देवघर, उज्जैन तक हर जगह महादेव के भक्त बम-बम भोले के जयकारों से वातावरण गूंज उठा है. आधी रात से ही श्रद्धालु शिव की भक्ति में लीन हो गए हैं.
जबलपुर में इन शिवालयों पर श्रद्धालुओं की रहेगी भीड़ -
और जबलपुर की बात की जाए तो जबलपुर में गुप्तेश्वर, कचनार सिटी, नंदीश्वर बरगी, बाबा पशुपतिनाथ गोपालपुर, शिव मंदिर भरतीपुर, अपार श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जा सकती है। शिव की बारात को देखने के लिए भी जुटेंगे श्रद्धालु- शाम 7 बजे भर्ती पुर शिव मंदिर से निकलने वाली भगवान भोलेनाथ की बारात को देखने के लिए भी श्रद्धालुओं की भीड़ सड़कों पर दिखेगी। भोलेनाथ की बारात में जीवंत झांकियां लोगों को आकर्षित करती हैं और लोग श्रद्धा भाव से भगवान भोलेनाथ के जयकारे लगाते हुए भगवान की बारात में शामिल होंगे।
महाशिवरात्रि का दिन भगवान शिव के जीवन से जुड़ी कई महत्वपूर्ण घटनाओं का प्रतीक है. इस दिन भगवान शिव और देवी पार्वती का विवाह हुआ था, और इसे सृष्टि के प्रारंभ के रूप में भी माना जाता है. इसके अलावा, यह दिन भगवान शिव के प्रकाश-लिंग के रूप में प्रकट होने का भी है, जो इस दिन ही हुआ था.
शिव मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना
काशी विश्वनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर मंगला आरती हुई, और भक्तों के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए गए हैं. इसी तरह उज्जैन के महाकाल मंदिर में भी भस्म आरती का आयोजन किया गया, जहां भक्तों ने भजन-कीर्तन किया और हर हर महादेव का जयघोष किया. प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले का आज समापन हो रहा है, और श्रद्धालु पवित्र संगम में स्नान करने के लिए पहुंच रहे हैं.
झारखंड के देवघर में भी भक्तों का भारी जमावड़ा देखा जा रहा है, जहां बाबा बैद्यनाथ के मंदिर में दर्शन के लिए लंबी-लंबी कतारें लगी हैं. अयोध्या में सरयू नदी के पवित्र जल में स्नान कर श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर रहे हैं. गुजरात, हैदराबाद और बंगाल से भी बड़ी संख्या में लोग इस अवसर पर आकर पुण्य लाभ ले रहे हैं.
देशभर के प्रमुख मंदिरों में महाशिवरात्रि उत्सव
लखनऊ के मनकामेश्वर मंदिर, दिल्ली के चांदनी चौक स्थित गौरी शंकर मंदिर, कोलकाता के भूतनाथ मंदिर, भुवनेश्वर के लिंगराज मंदिर और नासिक के त्र्यंबकेश्वर मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ देखी जा रही है. सभी जगह श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन करने और पूजा अर्चना में व्यस्त हैं. नेपाल के काठमांडु स्थित पशुपतिनाथ मंदिर में भी भारतीय सेना के पूर्व प्रमुखों द्वारा पूजा अर्चना की गई है, और वहां भी भक्तों का तांता लगा हुआ है.
महाशिवरात्रि का महत्व विशेष रूप से व्रत, उपवास, मंत्र जाप और रात्रि जागरण से जुड़ा हुआ है. यह पर्व फाल्गुन माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है, और इस दिन भगवान शिव के मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. जलाभिषेक, पंचामृत अभिषेक, और विशेष रूप से धतूरा, बिल्वपत्र, रुद्राक्ष, भस्म, गंगाजल, फल-फूल से शिव की पूजा की जाती है. भक्तों का मानना है कि इस दिन भोलेनाथ की विशेष पूजा से सभी प्रकार की सुख-समृद्धि प्राप्त होती है
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