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प्रथम टुडे जबलपुर :--2008 के मुंबई हमले का दोषी अब अमेरिका से भारत लाने की मंजूरी मिल गई है। इसके बाद भारत सरकार उसको जल्द ही भारत लेकर आएगी।। *भारत सरकार की बहुत बड़ी कूटनीतिक जीत*- तहव्वुर राणा को 2009 में एफबीआई ने गिरफ्तार किया था। मुंबई हाल हमले के आरोपी ने हेडली की मदद की थी जिससे मुंबई हमले में आतंकवादियों ने इस घटना को अंजाम दिया था। भारत कु यह एक बड़ी कूटनीतिक जीत है जिसमें भारत हमेशा बड़े मंचों पर यह कहता आया है कि आतंकवाद के खिलाफ दुनिया को मिलकर लड़ना पड़ेगा। ऐसा माना जा रहा है कि ट्रंप के शपथ लेते ही यह प्रत्यर्पण भारत के और अमेरिका के रिश्तों को मजबूती प्रदान करने वाला निर्णय लिख रहा है। वहीं तहव्वुर राणा के भारत आने के बाद और भी राज खुलने के आसर दिख रहे हैं। *कौन है तहव्वुर राणा- तहव्वुर राणा डेविड हेडली के बचपन का दोस्त है तहव्वुर राणा
, डेविड कोलमैन हेडली उर्फ दाउद सईद गिलानी के बचपन का दोस्त है. हेडली, एक अमेरिकी नागरिक है. उसकी मां अमेरिकी और तिपा पाकिस्तानी थे. अमेरिकी अधिकारियों ने अक्टूबर 2009 में उसे शिकागो से गिरफ्तार किया था. हेडली को अमेरिकी कोर्ट ने 24 जनवरी, 2013 को मुंबई हमलों में शामिल होने का दोषी मानते हुए 35 साल जेल की सजा सुनाई थी. तहव्वुर राणा ने पाकिस्तान के हसन अब्दाल कैडेट स्कूल में पढ़ाई की, जहां हेडली भी अमेरिका शिफ्ट होने से पहले 5 साल तक पढ़ाई किया थी पाकिस्तानी सेना में एक डॉक्टर के रूप में काम करने के बाद, तहव्वुर राणा कनाडा शिफ्ट हो गया और कुछ साल बाद उसे कनाडाई नागरिकता भी मिल गई. उसने शिकागो में 'फर्स्ट वर्ल्ड इमिग्रेशन सर्विसेज' नाम से एक कंसल्टेंसी फर्म की शुरुआत की. राणा की कंपनी का एक ब्रांच मुंबई में भी था, जिसने हेडली कोलमैन हेडली को मुंबई में उन जगहों की रेकी करने में मदद की, जिसे पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने 26 नवंबर, 2008 को निशाना बनाया था.
पकिस्तान से आए 10 आतंकियों ने मुंबई को दहलाया
लश्कर के 10 आतंकवादी, भारी मात्रा में गोला-बारूद और हथियार लेकर 26 नवंबर, 2008 को समुद्र के रास्ते मुंबई में घुसे थे. उन्होंने मुंबई में 9 जगहों पर कत्लेआम मचाया. आतंकियों ने जिन जगहों को निशाना बनाया उनमें 8 साउथ मुंबई में थीं- छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, ओबेरॉय ट्राइडेंट होटल, ताज होटल, लियोपोल्ड कैफे, कामा हॉस्पिटल, नरीमन हाउस, मेट्रो सिनेमा और टाइम्स ऑफ इंडिया बिल्डिंग और सेंट जेवियर्स कॉलेज के पीछे वाली गली. मुंबई के पोर्ट एरिया मझगांव और विले पार्ले में एक टैक्सी में भी विस्फोट हुआ था.
मुंबई पुलिस और सुरक्षा बलों ने 28 नवंबर की सुबह तक, ताज होटल को छोड़कर सभी जगहों को सुरक्षित कर लिया था. ताज होटल में छिपे आतंकियों को खत्म करने के लिए नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स (NSG) की मदद लेनी पड़ी. एनएसजी ने 29 नवंबर को 'ऑपरेशन ब्लैक टॉरनेडो' लॉन्च किया, जो ताज होटल में बचे आखिरी हमलावरों की मौत के साथ खत्म हुआ और इसके साथ ही मुंबई में 72 घंटों के दशहत का दौर खत्म हुआ. इन आतंकी हमलों में
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