दूल्हा बारात लेकर पहुंचा… लेकिन दुल्हन का घर ही नहीं था! पंजाब के मोगा में शादी के नाम पर ठगी का हैरान कर देने वाला मामला
प्रथम टुडे जबलपुर
घटनाक्रम संक्षेप में
पंजाब के मोगा जिले में एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने न केवल एक परिवार की उम्मीदों को तोड़ दिया, बल्कि ऑनलाइन शादी और रिश्तों की सच्चाई पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। दूल्हा जब बारात लेकर पहुंचा, तो न तो दुल्हन थी, न उसका परिवार और न ही उसका घर। पूरे मोहल्ले में सन्नाटा था और गली नंबर 5 जैसे किसी फिल्मी सीन की तरह शांत खड़ी थी।
फोन पर शुरू हुआ रिश्ता, धोखे में बदल गया
इस संबंध की शुरुआत दूल्हे की भाभी द्वारा ममेरी बहन से करवाई गई थी, जो मोगा की बताई गई थी। दोनों पक्षों के बीच कई महीनों तक फोन और वीडियो कॉल पर बातचीत होती रही। सब कुछ ठीक चल रहा था, यहां तक कि शादी की तारीख, स्थान और समय भी तय कर लिया गया था।
दुल्हन पक्ष ने मोगा के गली नंबर 5 का पता दिया और बताया कि शादी वहीं से होगी। तय समय के अनुसार दूल्हा पक्ष अमृतसर से बैंड-बाजे और बारात के साथ सुबह 11 बजे पहुंचा।
बारात पहुंची… सामने मिला ताला और सन्नाटा
गली में पहुंचते ही बारातियों को न तो स्वागत करने वाला कोई मिला, न सजावट, और न ही कोई रिश्तेदार। वहां मौजूद पड़ोसियों से जब जानकारी ली गई, तो पता चला कि ऐसे किसी व्यक्ति या परिवार के बारे में वे कुछ नहीं जानते।
दुल्हन का मोबाइल फोन बंद था और उसके किसी भी रिश्तेदार या संदर्भ का जवाब नहीं मिल रहा था। बारातियों ने लड़की की तस्वीर आसपास के लोगों को दिखाकर पता लगाने की कोशिश की, लेकिन कोई पहचानने वाला नहीं मिला।
शाम तक गली-गली भटके, फिर दर्ज करवाई शिकायत
बारात दोपहर से शाम तक मोगा की गलियों में दुल्हन और उसके परिवार को खोजती रही। थक-हारकर दूल्हा पक्ष ने स्थानीय पुलिस थाने में जाकर शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस अब इस मामले को गंभीरता से लेते हुए साइबर क्राइम और सोशल मीडिया फ्रॉड एंगल से जांच कर रही है।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
यह कोई पहली घटना नहीं है। दिसंबर 2024 में भी एक परिवार दुबई से बारात लेकर भारत आया था। वहां भी लड़की ने शादी के नाम पर पैसे मांगे थे, लेकिन शादी के दिन फोन बंद और लोकेशन गायब। उस मामले में एफआईआर दर्ज होने के बावजूद अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई।
क्या शादी अब नई साइबर ठगी बनती जा रही है?
पुलिस सूत्रों के अनुसार, कुछ अंतरराज्यीय गिरोह अब शादी के नाम पर लोगों को भावनात्मक रूप से फंसाकर पैसे, प्रतिष्ठा और भावनाओं से खिलवाड़ कर रहे हैं।
जांच में यह भी देखा जा रहा है कि क्या लड़की द्वारा दिए गए आधार कार्ड, फोटो और पहचान पत्र फर्जी थे। पुलिस CCTV फुटेज, कॉल रिकॉर्ड्स और सोशल मीडिया प्रोफाइल की जांच में जुटी है।
समाज के लिए चेतावनी
यह घटना सिर्फ एक परिवार के साथ हुई धोखाधड़ी नहीं है, बल्कि यह एक बड़ी सामाजिक चेतावनी है। जैसे-जैसे रिश्ते ऑनलाइन हो रहे हैं, वैसे-वैसे भावनात्मक ठगी के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं।
सावधानी बरतें:
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रिश्ता तय करने से पहले व्यक्तिगत रूप से मिलें।
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किसी भी दस्तावेज़ की वास्तविकता की पुष्टि करें।
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पहचान और पते को स्थानीय लोगों से सत्यापित करें।
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जल्दबाज़ी में शादी तय न करें और ठगी से बचें।
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