प्रथम टुडे जबलपुर। नेताजी सुभाष चंद्र बोस केंद्रीय जेल में शनिवार को सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का विधिवत शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर शिव मंदिर कचनार सिटी, विजय नगर के मुख्य आचार्य और माँ दक्षिणेश्वरी धाम के संस्थापक सुरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी महाराज ने कथा व्यासपीठ से बंदियों को संबोधित करते हुए कहा कि "आप सभी वास्तव में सौभाग्यशाली हैं, जो इस स्थान पर रहकर भी श्रीमद् भागवत कथा जैसे दिव्य आयोजन में सहभागी बन रहे हैं। सामान्य जीवन में भी बहुत से लोग ऐसे सौभाग्य से वंचित रह जाते हैं।"
शास्त्री जी महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण से आत्मा को शुद्धि और शांति प्राप्त होती है तथा यह जीवन को सकारात्मक दिशा देने वाला अनुभव है। उन्होंने बंदियों से आह्वान किया कि वे इस कथा का लाभ लेकर अपने जीवन को नई दिशा दें।
कथा के शुभारंभ पर निकली शोभायात्रा
कथा प्रारंभ होने से पूर्व जेल परिसर के पूर्वी खंड में भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति से ओतप्रोत शोभायात्रा निकाली गई। बैंड-बाजों के साथ निकली इस यात्रा में जेल अधिकारी-कर्मचारी एवं बंदियों ने मिलकर जयकारे लगाए और भक्तिमय वातावरण में सहभागिता निभाई।
अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति
कथा के शुभारंभ अवसर पर जेल अधीक्षक श्री अखिलेश तोमर ने शास्त्री जी का पुष्पहार पहनाकर स्वागत किया। इस दौरान उप जेल अधीक्षक मदन कमलेश, रूपाली मिश्रा, सहायक जेल अधीक्षक अंजू मिश्रा, प्रशांत चौहान, हिमांशु तिवारी, ओमप्रकाश दुबे सहित अनेक अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। पूजन अर्चन की विधि आचार्य अमित शास्त्री द्वारा संपन्न कराई गई।
सात दिवसीय आयोजन में बंदियों को आध्यात्मिक जागरण का मिलेगा अवसर
यह आयोजन आगामी सात दिनों तक चलेगा, जिसमें प्रतिदिन विभिन्न प्रसंगों के माध्यम से धार्मिक, सामाजिक एवं नैतिक मूल्यों की व्याख्या की जाएगी। जेल प्रशासन का यह प्रयास बंदियों के मानसिक और आध्यात्मिक उत्थान की दिशा में एक सकारात्मक पहल के रूप में देखा जा रहा है।
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