प्रथम टुडे M.P:-- भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा रियल टाइम सैटेलाइट इमेज जारी कर दिए थे ।प्रदेश की तरफ भयंकर बादल आ रहे हैं"। आज मुरैना में तेज आंधी के साथ बारिश हुई और कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि भी हुई है। यह पश्चिम के बादलों कारण हुई है ।
शनिवार-रविवार की दरमियानी रात मुरैना के 24 से ज्यादा गांवों में तेज हवाएं चलीं। बारिश के साथ चने के आकार के ओले भी गिरे। सुमावली, दिमनी, अंबाह विधानसभा क्षेत्रों के मृगपुरा, लीला का पुरा, मैथाना, हंसराज का पुरा, बंधा, नायक पुरा और अजीत पुरा समेत कई गांवों में फसलें प्रभावित हुई हैं। दरअसल, पृथ्वी के पश्चिम में स्थित समुद्र से बड़े पैमाने पर बादल आ रहे हैं। इन बादलों ने ईरान से लेकर रूस तक और दूसरी तरफ मंगोलिया, चीन से होते हुए इंडोनेशिया तक के आसमान को घेर लिया है। हिमालय पर्वत के कारण भारत में प्रवेश नहीं कर पाए हैं परंतु कुछ उपद्रवी बादल हिमालय पर करके भारत के आसमान में घुस रहे हैं। इनका अपना कोई पैटर्न नहीं होता है। छापा मारा बारिश और ओलावृष्टि करते हैं। कल तक यह स्थिति केवल उत्तर भारत में थी। आज पहली बार मध्य भारत में ओलावृष्टि हुई है।
पिछले 24 घंटे में कहाँ-कहाँ हुई ओलावृष्टि
उत्तर प्रदेश के मथुरा, शाहजहांपुर एवं गाजीपुर जिलों में ओलावृष्टि हुई जबकि टोटल 13 जिलों में तेज आंधी के साथ बारिश हुई। आंधी इतनी अचानक पर तेज थी कि इसके कारण एक महिला की मृत्यु हो गई। लोगों की करोड़ों रुपए की संपत्ति का नुकसान हुआ है। ज्यादातर निर्धन नागरिकों के कच्चे घर (झोपड़ी) उड़ गए।
हरियाणा में हिसार के 10 गांव में तेज ओलावृष्टि हुई है।
राजस्थान के झुंझुनूं के खेतड़ी-सिंचाना और अलवर जिले के तिजारा, भरतपुर और धौलपुर में शनिवार को ओलावृष्टि हुई, जिससे खेतों में सफेद चादर बिछ गई। इसके अलावा दौसा, करौली, अलवर और भरतपुर के कई इलाकों में ठंडी हवा और कोहरे का भी असर देखा गया। राजस्थान में फसलों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।
मध्य प्रदेश मौसम का पूर्वानुमान
यह पूरा इलाका मध्य प्रदेश के आसपास का है। एक तरफ चंबल के ऊपर और दूसरी तरफ इंदौर के आसपास वाले इलाके से बादल मध्य प्रदेश के आसमान में प्रवेश कर सकते हैं। एक बार फिर बता देते हैं कि यह उपद्रवी बादल हैं। मौसम विभाग वाले इनकी चालबाजी को पकड़ भी नहीं पाते हैं। अलर्ट जारी होने से पहले ही ओलावृष्टि हो जाती है।
*मौसम विभाग के अनुमान*
मौसम विभाग भोपाल के सीनियर वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया- मार्च में बारिश के सामान्य से कम होने के संकेत मिल रहे हैं। वहीं, तापमान के सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। प्रदेश में मार्च से ही हीट वेव यानी लू भी चलेगी। मध्यप्रदेश में मार्च महीने में तेज गर्मी, लू, बादल और हल्की बारिश वाला मौसम रहेगा। पहले सप्ताह में बादल छाएंगे। वहीं, चौथे सप्ताह में हीट वेव यानी लू चलेगी। इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभाग में 3 से 4 दिन लू चल सकती है। 20 मार्च के बाद कुछ जिलों में हल्की बारिश होने के आसार भी हैं।
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